सिर्फ 7 दिनों में 3 प्रधानमंत्रियों ने दिया इस्तीफ़ा: आखिर ग्लोबल राजनीति में क्या हो रहा है?

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परिचय

हाल की ग्लोबल खबरों के अनुसार, जापान, नेपाल और फ्रांस के तीन प्रधानमंत्रियों ने सिर्फ सात दिनों के भीतर इस्तीफ़ा दे दिया। हर देश में इस्तीफ़े की वजह अलग थी — कहीं चुनाव हारने की वजह से, कहीं जनता के विरोध से और कहीं संसद में विश्वास मत हारने से। इन घटनाओं ने दुनिया भर में लोकतांत्रिक देशों की राजनीतिक स्थिरता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

जापान – शिगेरू इशिबा ने चुनावी हार के बाद इस्तीफ़ा दिया

जापान के प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा ने 7 सितंबर 2025 को इस्तीफ़ा दे दिया।

  • उनकी पार्टी लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (LDP) को दोनों सदनों में ऐतिहासिक चुनावी हार का सामना करना पड़ा।
  • पार्टी के अंदर भी दबाव बढ़ गया था।
  • विपक्ष को मजबूती मिली और जनता का भरोसा डगमगाया।
  • उनका इस्तीफ़ा जापान की अस्थिर राजनीतिक इतिहास में एक और बड़ा बदलाव माना जा रहा है।

नेपाल – K.P शर्मा ओली ने हिंसक प्रदर्शनों के बीच छोड़ा पद

नेपाल के प्रधानमंत्री K.P. शर्मा ओली ने इस्तीफ़ा दे दिया, जब देशभर में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हुए।

  • ये विरोध एक सोशल मीडिया बैन के बाद शुरू हुआ, जिसे नागरिकों ने अभिव्यक्ति की आज़ादी पर हमला माना।
  • इसे GenZ Protest के नाम से भी वायरल किया गया।
  • प्रदर्शनों में हिंसा हुई, जिसमें कम से कम 19 लोगों की मौत हो गई और संसद भवन तक को प्रदर्शनकारियों ने घेर लिया।
  • ओली के जाने के बाद सुशीला कार्की को अंतरिम प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया और मार्च 2026 में चुनाव कराने की घोषणा हुई।

फ्रांस – फ्रांस्वा बायरो विश्वास मत हारने के बाद बाहर

फ्रांस के प्रधानमंत्री फ्रांस्वा बायरो ने संसद में विश्वास मत हारने के बाद इस्तीफ़ा दे दिया।

  • विपक्षी पार्टियां उनके खिलाफ एकजुट हो गईं।
  • उनका इस्तीफ़ा फ्रांस की राजनीति में गहरी खाई को दिखाता है।
  • यह कदम यूरोपीय संघ में फ्रांस की भूमिका पर भी असर डाल सकता है।

ग्लोबल राजनीति के लिए इसका क्या मतलब है?

एक हफ्ते में तीन प्रधानमंत्रियों का इस्तीफ़ा यह दिखाता है कि आज की दुनिया में नेतृत्व कितना नाज़ुक हो गया है।

  • लोकतंत्रों को जनता की नाराज़गी, आर्थिक अस्थिरता और बदलते राजनीतिक हालात जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
  • ये इस्तीफ़े वैश्विक बाज़ार, कूटनीतिक संबंध और आने वाले चुनावों पर असर डाल सकते हैं।
  • विश्लेषकों का मानना है कि एक क्षेत्र की अस्थिरता का असर अक्सर पूरी दुनिया पर पड़ता है।

जनता की प्रतिक्रिया और सोशल मीडिया पर हलचल

इन इस्तीफ़ों की खबरें तेजी से सोशल मीडिया और अंतरराष्ट्रीय मीडिया पर ट्रेंड करने लगीं।

  • जापान में ट्विटर पर इशिबा के इस्तीफ़े से जुड़े हैशटैग ट्रेंड में रहे।
  • नेपाल में युवाओं ने लाइव अपडेट्स शेयर किए।
  • फ्रांस में लोग सोशल मीडिया पर मीम्स और राजनीतिक कमेंट्री शेयर करते रहे।

निष्कर्ष

सिर्फ सात दिनों में तीन प्रधानमंत्रियों का इस्तीफ़ा यह दिखाता है कि राजनीति कितनी तेजी से बदल सकती है। भले ही तीनों मामलों की वजह अलग-अलग रही हो, लेकिन साफ है कि दुनिया भर के नागरिक अब मजबूत और जवाबदेह नेतृत्व की मांग कर रहे हैं।

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डिस्क्लेमर

यह लेख अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। इसका उद्देश्य हाल की राजनीतिक घटनाओं की जानकारी देना है, किसी भी राजनीतिक विचारधारा को बढ़ावा देना या विरोध करना नहीं।


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